जनता द्वारा कार्यों के मूल्यांकन को ही सही माना जायेगा : मुख्यमंत्री श्री नाथ

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि सरकारी विभागों और अधिकारियों के कार्य के जनता द्वारा किये गये मूल्यांकन को सही माना जायेगा। यदि जनता कहती है कि अच्छा कार्य हो रहा है, तो राज्य सरकार भी अच्छा मानेगी। अगर जनता ने कहा कार्य नहीं हो रहा है अथवा अपेक्षानुसार नहीं है, तो राज्य सरकार भी जनता की राय को ही मानेगी। मुख्यमंत्री आज छिंदवाड़ा संभाग के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर थे।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि योजना और सरकार के निर्णय के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाये। योजना का शत-प्रतिशत वास्तविक लाभ आम जनता को मिले। नीतियाँ और योजनाएँ गरीब, कमजोर वर्गों और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों के विकास और हित संरक्षण को केंद्र में रखकर तैयार कर प्रभावी ढंग से क्रियान्वित की जायें।
सोच और विचारों को परिवर्तन अनुसार बदलने की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियम, नीति बदलने से ज्यादा फायदा नहीं होता। सोच और विचारों को वर्तमान आवश्यकता और तेज गति से हो रहे परिवर्तन के अनुसार बदलने तथा आत्मसात करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नई सोच, दृष्टिकोण और जागरूकता के साथ कार्य करने की जरूरत को समझा जाये। आज नयी तकनीक और इंटरनेट का जमाना है। लोगों में जागरूकता है। इन सबको ध्यान में रखकर अधिकारी कार्य को बेहतर बनाने के लिये विचार करें तथा सुझाव दें। राज्य सरकार तक यह सुझाव पहुँचाये कि क्या परिवर्तन लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि गरीब और कमजोर व्यक्ति को राज्य सरकार का संरक्षण और सपोर्ट मिलना चाहिये और उन्हें यह महसूस भी होना चाहिये। उनके कल्याण के लिये नियमों को शिथिल करने पर भी विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो नियम-कायदे, परम्पराएँ बहुत लंबे समय से चले आ रहे हैं, वे ही सही हैं, यह मानना आज के समय में सही नहीं माना जा सकता। इन्हें जागरूकता और सही सोच के साथ परखा जाना चाहिये।