IT Raid: तंबाकू से भरे 4 ट्रकों की कहानी जिसने बताया पीयूष जैन के खजाने का पता, जानें क्या था ये पूरा मामला

कानपुर. अचानक सुर्खियों में आया एक नाम पीयूष जैन, इसी नाम के साथ जुड़ा काली कमाई के करोड़ाें रुपये और कई किलो सोने का सच. इतना नकद मिला कि कार्रवाई 36 घंटों तक चली, डीजीजीआई (DGGI) और आयकर विभाग के अधिकारी नोट गिनते गिनते थक गए. नोट गिनने की मशीनें भी हांफ गईं. अब बड़ा सवाल ये है कि पीयूष जैन आयकर विभाग और डीजीजीआई के रडार पर आया कैसे. क्योंकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वो बड़ी लो प्रोफाइल जिंदगी ही जी रहा था, स्कूटर पर चलता था और घर में एक हैचबैक कार थी. तो इस बात का खुलासा किया डीजीजीआई ने. डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि कैसे ये पूरा मामला परत दर परत खुलता गया और एक छोटी सी कार्रवाई के चलते पीयूष जैन पकड़ में आया.

4 ट्रकों ने बना दिया फंदा

दरअसल, डीजीजीआई ने ये कार्रवाई 4 ट्रकों में भरे तंबाकू और पान मसाले का जीएसटी न देने के मामले में शुरू की थी. ये ट्रक गणपति रोड कॅरियर के थे और इसी के जरिए डीजीजीआई के अधिकारी शिखर पान मसाले की फैक्ट्री तक पहुंच गए. यहां पर अधिकारियों को लगा कि ये कार्रवाई बड़ी होने वाली है क्योंकि गणपति रोड कॅरियर के नाम से उन्हें 200 से ज्यादा फर्जी इनवाइस मिलीं लेकिन उस समय तक भी अधिकारियों को इस बात की भनक नहीं थी कि ये मामला कुछ करोड़ का नहीं कई सौ करोड़ का निकलेगा.

यह आवास योजना लाभार्थियों के जीवन में बदलाव लाएगी. गरीबों को आवास देने के लिए सरकार एक बड़ी कार्य योजना के साथ काम कर रही हैं. सीएम योगी ने कहा कि पहले की सरकारें आखिर क्या करती थीं. हमारी सरकार ने साढ़े चार साल में 43 लाख गरीबों को आवास दिया है. प्रयागराज में सवा लाख लोगों को आवास मिला है.

फिर शुरू हुआ खेल

इस पूरी कार्रवाई के दौरान शिखर गुटखे के निर्माताओं ने माना कि कि उन पर टैक्स बकाया है और उन्होंने 3.09 करोड़ रुपये को जमा करवा दिया. इसी दौरान अधिकारियों के सामने शिखर गुटखे के एक और पार्टनर का नाम सामने आया ओडोकैम इंडस्ट्रीज. यहीं से शुरू हुई पीयूष जैन की कहानी. पीयूष जैन ओडोकैम इंडस्ट्रीज का मालिक है और इसी के चलते अधिकारियों ने कंपनी के कानपुर स्थित रजिस्टर्ड एड्रेस पर छापेमारी की कार्रवाई की. ये छापा था आनंदपुरी स्थित पीयूष जैन के घर पर. डीजीजीआई की प्रेस रिलीज के अनुसार इसी घर से अधिकारियों को 177.45 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए. ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी.

और मिलता गया खजाने से खजाने का पता

इसके बाद अधिकारियों ने कन्नौज स्थित पीयूष जैन की फैक्ट्री और आवास पर छापेमारी की. फैक्ट्री से अधिकारियों को 17 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए जिनकी गिनती अभी जारी है. इसके साथ ही 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल जिसकी कीमत करीब 6 करोड़ रुपये है बरामद किया. चौंकाने वाली बात थी कि ये सभी कुछ एक अंडरग्राउंड टंकी में छुपाया गया था.