शनिश्चरी अमास्या पर आयोजित मेला 1 लाख श्रद्धालु आयेंगे, मंदिर में विराजमान शनि प्रतिमा उल्कापिंड से टूट कर बनी

ग्वालियर. शहर से 28 किमी दूर ग्राम ऐंती पर्वत पर 500 फीट की ऊंचाई पर विराजमान भगवान शनिदेव के मंदिर पर शनिवार को 2 वर्ष के बाद शनिश्चरी अमावस्या का मेला लगेगा। जिसमें लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। कोरोना के चलते पिछले 2 वर्षो से इसका आयोजन नहीं किया जा सका। मेले में अंचल के साथ ही देशभर से श्रद्धालु भगवान शनिदेव को सरसों का तेल, तिल, काला वस्त्र, धातु दान कर पूजा-अर्चना करने आते हैं प्रशासन के अनुसार 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु एकत्र होने की संभावना है। मंदिर में स्थापित प्रतिमा आसमान से टूटकर गिरे एक उल्कापिण्ड से बनी है। जो त्रेतायुगीन बतायी जाती है।


ऐंती पर्वत से गयी है शिला शनि सिंगनापुर के लिये


शनि मंदिर के प्रमुख पुजारी बृजभूषणदास महाराज बताते हैं कि महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शनि सिंगणापुर मंदिर में जो शनि प्रतिमा है। वह ऐंती पर्वत से ले जायी गयी है। शिला से निर्मित है। यह बात सिंगणापुर मंदिर में लगे शिलाालेख में भी दर्ज है।