पीएम मोदी जिन मंत्रों के उच्चारण के बीच करेंगे काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण, आप भी जानें उनकी ताकत

वाराणसी. धर्मनगरी वाराणसी में बनकर तैयार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को लोकार्पण करेंगे. 13 दिसंबर के दिन रवियोग और महासिदियोग का संयोग तो है ही, साथ में उन मंत्रों का भी विशेष स्थान है, जिनके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करेंगे.

वैसे तो पूजन विधान सुबह से ही शुरू हो जाएगा, लेकिन उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक के सारी पीठों, मठों, अखाड़ों के संत महात्माओं की मौजूदगी में देशभर की नदियों के जल से पीएम नरेंद्र मोदी जब काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण की पूजा अर्चना कर रहे होंगे तो कुछ खास मंत्र आपको सुनाई देंगे. इन मंत्रों की ताकत का जिक्र वेद पुराणों में भी है. ये मंत्र होंगे अर्थर्वशीर्ष औ शिवसूक्त के…

जिस काशी विद्त परिषद की देखरेख में लोकार्पण की पूजा अर्चना की जाएगी, उस परिषद के महामंत्री और बीएचयू धर्म विज्ञान संकाय के प्रोफेसर डा. रामनारायण दिवेदी बताते हैं कि प्रथम पूज्य भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए अर्थर्वशीर्ष के मंत्रों से उपासना की जाती है. इसके जरिये गणपति से प्रार्थना की जाती है कि वे अपने भक्तों का संकट हरें.

मान्यता है कि जो इस अथर्वशीर्ष स्त्रोत का पाठ करता है, उसके रास्तों से सारे अड़चने खत्म हो जाती हैं और सभी मनोकामना पूरी होती हैं. यानी शिव की काशी में उनके धाम के लोकार्पण में सबसे पहले पीएम मोदी उनके पुत्र गणेश की पूजा करेंगे.

अब बात करते हैं शिवसूक्त की. वहीं प्रोफेसर राम नारायण दिवेदी बताते हैं कि शिवसूक्त का पाठ भी उस वक्त होगा, पीएम मोदी पूजा अर्चना कर रहे होंगे. रुद्र सूक्त सभी दुखों और दुश्मनों का नाश करता है. वहीं सभी तरह से अपने साधक की रक्षा भी करता है. इसे पुराणों में अमृत प्राप्त करने वाला पाठ भी बताया गया है.