9 करोड़ की हेरोइन मामले में खुलासा, मणिपुर से राजस्थान जा रही थी ड्रग्स, राजस्थान की टॉप सिटी थीं टारगेट, एनसीबी की ग्वालियर टीम ने दोनों तस्करों से पूछताछ शुरू की

ग्वालियर. उत्तर प्रदेश के जालौन में पकड़ी गई 9 करोड़ रुपए की हेरोइन असल में मणिपुर से लाई जा रही थी। इस ड्रग्स को राजस्थान में खपाना था। राजस्थान की टॉप सिटी टारगेट थी, अब केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ग्वालियर टीम ने दोनों तस्करों से पूछताछ शुरू कर दी है। केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने गुरूवार को जालौन के आटा थाना क्षेत्र में दो लोगों से 9 किलो हेरोइन पकड़ी थी। आरोपी हेरोइन को ट्रक की स्टेपनी में छिपाकर ला रहे थे। हेरोइन को 500-500 ग्राम के 18 पैकेट बनाकर स्टेपनी में रखा गया था। पकड़े गए तस्करों से पूछताछ की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। बरामद हेरोइन की कीमत 9 करोड़ रुपए बताई गई थी। ग्वालियर नारकोटिक्स ब्यूरो की अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। वहीं तस्करों को 3 दिन की रिमांड पर दिया गया है।

मणिपुर से राजस्थान का कनेक्शन तलाश रही एनसीबी

हेरोइन तस्करों से पूछताछ में साफ हो गया है कि वह यह माल मणिपुर से लेकर चले थे। उन्हें इसे राजस्थान पहुंचाना था। उनके यह खुलासे के बाद यह बात भी साफ हो गई है कि राजस्थान के टॉप शहर ड्रग्स माफिया के टारगेट पर हैं। क्योंकि राजस्थान के ज्यादातर बड़े शहर पर्यटन और सांस्कृतिक के लिहाज से विदेशी लोगों के आने जाने का केन्द्र रहते हैं। ऐसे शहर में हेरोइन की डिमांड ज्यादा रहती है, इसलिए टीम तस्करों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि माल कहां ठिकाने लगाया जाना था। साथ ही, दोनों के मोबाइल को निगरानी में लिया गया है।

दिल्ली की नेशनल लैब में टेस्ट होगी हेरोइन

ड्रग्स तस्करों से पकड़ी गई हेरोइन को टेस्ट के लिए दिल्ली की नेशनल लैब भेजा जा रहा है। क्योंकि अभी तस्कर उसे हेरोइन बता रहे हैं। लैब में असली टेस्ट होगा। पता लगेगा कि यह हेरोइन कितने स्तर पर शुद्ध है।