कांग्रेस विधायक का बेटा दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट ने रिमांड पर भेजा

इंदौर.दुष्कर्म के मामले में 6 महीने से ज्यादा समय से फरार उज्जैन के बड़नगर से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण को पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची है। कोर्ट ने उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। पुलिस ने उज्जैन जिले के मक्सी के पास से मंगलवार सुबह उसे गिरफ्तार किया है। 23 साल की युवती ने 2 अप्रैल 2021 को करण के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। युवती के मुताबिक करण ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया था। उसके बाद रेप किया था। इधर, पुलिस करण मोरवाल को कोर्ट में पेश से पहले पीड़िता ने हंगामा कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि करण को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।
गिरफ्तारी में देरी होने पर छह दिन पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा था कि दो दिन में हाजिर हो जाएं नहीं तो ऐसी कार्रवाई करेंगे कि मध्यप्रदेश में यह नजीर बन जाएगा। गृहमंत्री के आदेश के बाद इंदौर आईजी ने इनाम की राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दी थी। कुछ दिन पहले ही इंदौर पुलिस ने करण के भाई शिवम को पुलिस पूछताछ के लिए इंदौर लेकर आई थी, लेकिन पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली।
एक भी कांग्रेस नेता ने पीड़िता से बात नहीं की- गृहमंत्री नरोत्तम
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायक के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि मैंने दीवाली से पहले गिरफ्तारी की बात कही थी। कल से लगातार दो से तीन स्थानों पर दबिश दी। आखिर में करण मोरवाल को मक्सी के पास से गिरफ्तार किया गया। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम था। गिरफ्तारी होनी थी, वह हो गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में एक विषय सामने आया है। पीड़ित बेटी से पिछले 6 महीने में एक भी कांग्रेस नेता ने बात करने की कोशिश नहीं की। ये लोग हैं, जो उत्तरप्रदेश में बेटी हैं, लड़ेंगे। नारियों के हक की बात करते हैं। मध्यप्रदेश में प्रियंका गांधी के नेता कमलनाथ जी और दिग्विजय जी, तन्खा जी से उनको बचाने की बात करते हैं। मिश्रा ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि पीड़िता कांग्रेस नेता की ही बेटी थी। एक भी कांग्रेस नेता ने उससे बात नहीं की। इससे कांग्रेस की दोहरी मानसिकता उजागर होती है। मुझे लगता है कि इनको अब इन विषयों पर बोलने का अधिकार नहीं है।