भोपाल के कोलार-कलियासोत बांध पूरे नहीं भरे, सालभर तक प्यास बुझा सकेंगे और सिंचाई भी लिये पर्याप्त पानी

भोपाल. महानगर के प्रमुख 4 जलस्त्रोत में से अभी तक सिर्फ बड़ा तालाब और कैरवा डेम में ही पानी छलका है। कोलार और कलियासोत डैम अभी भी 9 से 10 फीट खाली है। हालांकि, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि डेमोें में इतना पानी भरा हुआ है कि वर्षभर तक लोगों की प्यास बुझाई जा सकेगी। वहीं, सिंचाई के लिये भी भरपूर पानी मिलेगा। शहर के लगभग 50 प्रतिशत हिस्से में कोलार डैम से पानी की सप्लाई होती है। वहीं भोपाल-सीहोर के सैकड़ों गांवों में सिचाई भी की जाती है। कलियासोत डैम सिंचाई का प्रमुख साधन है।

फुल टैंक लेवल तक आने में कोलार डेम को लगभग 10 फीट पानी की और आवश्यकता है। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1516 फीट है औरे इसमें अभी तक 1505.97 फीट पानी जमा हो चुका है। कई किलोमीटर तक कैचमेंट एरिया है। पिछले वर्ष डेम सितम्बर में ही फुल हो चुका था और गेट भी खोल दिये गये थे। लेकिन अबकी बार कैचमेंट एरिया में अच्छी वर्षा नहीं होने की वजह लेवल फुल टैंक तक नहीं आ सका है। कोलार डेम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि डैम का कैचमेंट एरिया काफी फैला है। यहां कम वर्षा होने से डैम कुछ फीट खाली है। लेकिन यह वर्षभर की आपूर्ति के लिये काफी है। किसी प्रकार की परेशानी नहीं आयेगी।

बड़ा तालाब छलका, पर भदभदा डैम के गेट नहीं खुले

बड़ा तालाब 1 अक्टूबर को फुल हो चुका है। इसमें 1666.80 फीट पानी जमा हो चुका है। दरअसल, बड़ा तालाब फुल टैंक लेवल पर आता है तो भदभदा डैम के गेट खुलते हैं। वर्तमान में गेट से पानी रिस रहा है। यदि बारिश होती है तो गेट खुल सकते हैं। हालांकि, अफसर मौसम के मिजाज को देखते हुए गेट खुलने की बात से इनकार कर रहे हैं। भदभदा डैम प्रभारी एमएल पंवार ने बताया कि गेट खुलने की उम्मीद नहीं है। फिर भी अलर्ट है। यदि पानी और बढ़ता है तो गेट खोल दिए जाएंगे।

बता दें कि बड़ा तालाब से शहर के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में अबकी बार भी वाटर सप्लाई को लेकर कोई दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि, पिछले साल की तुलना में करीब डेढ़ महीने बाद तालाब लबालब हो पाया है। पिछले साल 22 जुलाई को ही डैम का लेवल फुल टैंक हो चुका था।